यूनियन बैंक सहित तीन सरकारी बैंकों ने घटाया MCLR रेट, यहां जानें इनकी नई दरें
यूनियन बैंक ने कहा कि उसने एक साल के MCLR को 7.40 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है. आईओबी (इंडियन ओवरसीज बैंक) ने भी सभी अवधि के लिए एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत कम कर दी है.
MCLR बैंकों के लिए लोन पर ब्याज दर तय करने का एक फॉर्मूला है. (ज़ी बिज़नेस)
MCLR बैंकों के लिए लोन पर ब्याज दर तय करने का एक फॉर्मूला है. (ज़ी बिज़नेस)
पब्लिक सेक्टर के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank of India) ने 10 अगस्त को अलग-अलग टाइम पीरियड के लोन के लिए लोन पर कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर यानी MCLR में 0.15 प्रतिशत कम कर दी है. नई दर 11 अगस्त 2020 से लागू हो जाएगी. पीटीआई की खबर के मुताबिक, यूनियन बैंक ने कहा कि उसने एक साल के MCLR को 7.40 प्रतिशत से घटाकर 7.25 प्रतिशत कर दिया है. एक दिन के लोन के लिए एमसीएलार 6.80 प्रतिशत होगी जबकि तीन महीने और छह महीने की टाइम पीरियड के लिए यह क्रमश: 6.95 प्रतिशत और 7.10 प्रतिशत होगी.
बैंक के जारी बयान के मुताबिक, जुलाई 2019 के बाद से मानक दर लगातार 14वीं बार घटाई गई है. सार्वजनिक क्षेत्र के एक और बैंक आईओबी (इंडियन ओवरसीज बैंक) ने भी सभी अवधि के लिए एमसीएलआर 0.10 प्रतिशत कम कर दी है.
इंडियन ओवरसीज बैंक (Indian Overseas Bank) ने पिछले सप्ताह शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि एक साल के लिए एमसीएलआर 7.75 प्रतिशत से कम कर 7.65 प्रतिशत किया गया है. नई दरें सोमवार से यानी 10 अगस्त से प्रभाव में आ गई हैं. इसके अलावा बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने भी 7 अगस्त से एमसीएलआर (MCLR) में 0.20 प्रतिशत की कटौती की है.
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MCLR बैंकों के लिए लोन पर ब्याज दर तय करने का एक फॉर्मूला है. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के द्वारा बैंकों के लिए तय फॉर्मूला फंड की मार्जिनल कॉस्ट पर ही बेस्ड होता है.
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बैंक अप्रैल, 2016 से ही इस फॉर्मूले के तहत मार्जिनल कॉस्ट से लेंडिंग रेट (लोन देने की ब्याज दर) तय कर रहे हैं. पिछले कुछ महीनों से ब्य़ाय जरों में लगातार कटौती जारी है. इसी तरह, स्मॉल सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज पर भी देखने को मिला है.
05:26 PM IST